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ताड के दो पेड़ |
रिस्ते
रिस्ते में इस बात का अस्मर्ण रखना की मुझे भी एक दिन मर ही जाना है।
या फिर
इस बात को याद रखना की जो मेरे साथ है, वो हमेशा के लिए नही है, मै अकेला ही रह जाउगा।
बहूत हद तक पति-पत्नी के झगड़े गुस्से नाराजगी को कम कर देता है।
फिर चाहे रिस्ता भाई-भाई का हो, भाई बहन का हो या
बहन-बहन का हो,
या कोई भी रिस्ता हो नाराजगी तो कम हो ही जानी है।
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