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दो भाई |
संगठन कि शक्ति
ये दो भाई को बचपन से देख रहा हूँ, देखने मे एक जैसे है।पर इनके खुद के अपने फूल, फल, पत्ते हैं, फिर भी एक दूसरे को गिराने की कोशिश नही करते।
जानते ही नही की एक गिर गया तो
जो दूसरा बचेगा मिट्टी से सारी उर्वरा शक्ति खनिज लवण उसे ही मिलेगा जो जिंदा है, बचा हुआ है, खड़ा है।
सायद लगता है ये इस बात को अच्छे से जान गए है कि
दोनो खड़े तो है एकहि जमीन पर एक गिर गया
तो दूसरे की जड़ तो ऐसे ही कमजोर हो गई।
और सबकुछ निर्भर है जमीन से जुड़े जड़ पर ही।
इन्सानी रिस्तो में सायद
भाई-भाई, बहन-बहन, भाई-बहन को ये बात पता नही।
कि संगठन मतलब एकता ही वो ताकत है, जिसे हम किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकते है।
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