विचार ही आप हैं।
आप क्या देखते हैं ?आप क्या सुनते हैं ?
आप क्या पढ़ते हैं ?
आप क्या जानते हैं ?
इससे सावधान रहें। क्योंकि इसमें शक्ति है,
आपको बनाने या नष्ट करने की ।
हमारे जीवन का निर्णय,
पूरी तरह से विचारों पर निर्भर करता है।
Feelings and Experience with Life and Nature
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