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पतिपत्नी |
पतिपत्नी
अधिकार
मेरी पत्नी पे मेरा अधिकार इसलिए नही कि वो मेरी पत्नी है, बल्कि इसलिए है क्योंकि उसी ने ये अधिकार मुझे दिया है। और कहती है, मेरे ऊपर अधिकार सिर्फ आपका है। आपको इसका पूरा लाभ उठाना ही होगा नही तो झगड़ा करुँगी मैं आपसे।
दिल छू जाने वाली बात
पत्नी कहती है, कपड़ों के साथ या बिना कपड़ों के देखना है तो मैं आपके सामने प्रस्तुत हूँ। देखना ही है तो मुझे देखिये तस्वीरों को देखने से क्या होगा, उनके पास जो है वो आपका नही है पर जो मेरे पास है प्रेम के साथ सिर्फ आपका है।
हार जाता हूँ मै उसके प्यार, समर्पण, विश्वास के सामने और कहता हुँ नो कमेंट इसपे भी वो कमेंट करते हुए कहती है इतनी जल्दी नही लड़ाई तो अभी बाकी है।
और सुरु हो जाती है जब प्यार की लड़ाई तो भले ही मैं जीत जाता हूँ और मेरी पत्नी हार जाती है और कहती है नो कमेंट। फिर भी इस मामले मे भी वो मुझसे आगे है क्योंकि इस हार में भी जीत उसी की है। बहुत ही चालाक है किधरो से मुझे जितने नही देती।
इसीलिये असली मजा तो तब आता है जब ना तो वो हारी न ही मैं जीता दोनो एकसाथ बराबर हो गए और शब्दों में नही इसारो में नजरो से ही दोनों एकसाथ कहते है नो कमेंट।
और ये तभी सम्भव है जब पति-पत्नी को पत्नी-पति को पूरे मन से सम्मान से अपनाये।
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